गुरुवार, 3 जुलाई 2014

पंजाब के किसानों को कीट ज्ञान का पाठ पढ़ाएंगे जींद के किसान

4 जुलाई को मानसा में आयोजित होने वाले समारोह में भाग लेंगे जींद के किसान

पंजाब कृषि विभाग ने सम्मेलन के लिए जींद के किसानों को भेजा निमंत्रण

नरेंद्र कुंडू
जींद।
जींद जिले के कीट कमांडो किसान हरियाणा ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेश के किसानों के लिए भी रोल मॉडल बन चुके हैं। कीट ज्ञान हासिल करने के लिए इन किसानों को अब दूसरे प्रदेशों से भी निमंत्रण मिलने लगा है। गत चार जुलाई को पंजाब कृषि विभाग द्वारा मानसा (पंजाब) में आयोजित करवाए जा रहे सम्मेलन में यह कीट कमांडो किसान पंजाब के किसानों को कीट ज्ञान का पाठ पढ़ाएंगे। इसके लिए पंजाब कृषि विभाग ने इन किसानों को सम्मेलन में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है। चार जुलाई को होने वाले इस सम्मेलन में यह कीट कमांडो किसान अपने लेक्चर के माध्यम से फसल में मौजूद शाकाहारी तथा मांसाहारी कीटों के क्रियाकलापों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
फसलों में कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग के कारण बिना वजह मारे जा रहे कीटों तथा दूषित हो रहे खान-पान को देखते हुए जींद जिले के किसानों ने वर्ष 2008 में निडाना गांव से कीट ज्ञान की मुहिम की शुरूआत की थी। इस दौरान यहां के किसानों ने फसलों में मौजूद कीटों पर अनोखे ढंग से अपने शोध किये। कीटों के क्रियाकलापों के कारण फसलों पर पडऩे वाले प्रभाव सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पर गहन मंथन किया। कीट कमांडो किसानों द्वारा पिछले लगभग 6-7 वर्षों से कीटों पर किये जा रहे इस अनोखे शोध का यह परिणाम निकलकर सामने आया कि अब यहां के किसान हरियाणा ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेश के किसानों के लिए भी रोल मॉडल बनकर उभरे हैं। पंजाब कृषि विभाग द्वारा गत 4 जुलाई को मानसा में आयोजित किये जा रहे कृषि सम्मेलन में यहां के किसानों को पंजाब के किसानों के मार्ग दर्शन के लिए बुलाया गया है। ताकि पंजाब के किसान भी कीट ज्ञान की मुहिम को अपनाकर कीटनाशकों के कारण थाली में बढ़ते जहर के स्तर को कम कर सकें। पंजाब के किसानों को कीट ज्ञान का पाठ पढ़ाने के लिए बुधवार को यहां के किसान मानसा के लिए रवाना 
होंगे।

जींद के किसानों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है

पंजाब के मानसा क्षेत्र में कपास का उत्पादन अधिक होता है। यहां के किसान जानकारी के अभाव में कपास में अंधाधुंध कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं। फसलों में कीटनाशकों के अत्याधिक प्रयोग के कारण यहां अब गंभीर परिणाम सामने आने लगे हैं। फसलों में कीटनाशकों के अधिक प्रयोग को रोकने के लिए पंजाब कृषि विभाग द्वारा यहां पर किसानों को जागरूक करने के लिए एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन में जींद के किसानों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है ताकि वह पंजाब के किसानों के साथ अपने अनुभव सांझा कर सकें और पंजाब के किसान कीट कमांडो किसानों से कीट ज्ञान हासिल कर कीटनाशकों के प्रयोग को बंद कर सकें। 
अशोक कुमार, एसडीओ
पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, पंजाब

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