गुरुवार, 2 अगस्त 2012

अब ‘लाडो’ के संदेश से शुरू होगी पंचायतों की कार्रवाई

बेटी को बचाने के लिए खाप प्रतिनिधियों ने शुरू की ऐतिहासिक व सकारात्मक पहल

नरेंद्र कुंडू
जींद।
आनर किंलिंग व गौत्र विवाद जैसे संवेदनशील मामलों में फतवे जारी करने के लिए बदनाम हुई खाप पंचायतें अब ‘लाडो’ को बचाने के लिए दुनिया को रास्ता दिखाएंगी। बेटी बचाने के लिए खाप पंचायतों ने अब एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। अब किसी भी मसले को सुलझाने के लिए आयोजित होने वाली पंचायतों की कार्रवाई ‘बेटी बचाओ’ के संदेश से शुरू होगी। पंचायत के अध्यक्ष द्वारा पंचायत की कार्रवाई शुरू करने से पहले बेटी के महत्व के बारे में बताते हुए सभी लोगों को बेटी बचाओ का संकल्प दिलवाया जाएगा। बेटी बचाओ के संकल्प के बाद ही पंचायत की आगामी कार्रवाई शुरू हो सकेगी।
कन्या भ्रूण हत्या के कारण गिरते लिंगानुपात को सुधारने तथा अजन्मी कन्या को उसका हक दिलवाने का बीड़ा अब खाप पंचायतों ने अपने कंधों पर उठाया है। बेटी को बचाने के लिए खाप पंचायतों ने एक अनोखा रास्ता ढुंढ़ निकाला है। हालांकि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए खाप प्रतिनिधि 14 जुलाई को बीबीपुर गांव में सर्व जातीय सर्व खाप महापंचायत से इस लड़ाई का शंखनाद कर चुके हैं। इस पंचायत के दौरान खाप प्रतिनिधियों को इस बुराई को जड़ से मिटाने के लिए जागरुकता ही एक मात्र अचूक शस्त्र नजर आया था। इसलिए खाप प्रतिनिधियों ने इस लड़ाई में विजयश्री का ताज पहनने तथा इस अभियान को सफलता के शिखर तक पहुंचाकर लिंगानुपात के आंकड़ों को ऊपर उठाने के लिए लोगों को जागरुक करने का निर्णय लिया है। इसलिए अब किसी भी मसले का हल निकालने के लिए होने वाली पंचायतों में बेटी बचाओ का नारा सुनाई देगा और खाप प्रतिनिधि कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ संकल्प दिलवाते नजर आएंगे। खाप प्रतिनिधियों ने निर्णय लिया है कि भविष्य में जब भी किसी पंचायत का आयोजन किया जाएगा तो पंचायत की कार्रवाई शुरू करने से पहले लोगों को बेटी के महत्व के बारे में बताया जाएगा। पंचायत के अध्यक्ष द्वारा पंचायत में मौजूद सभी लोगों को बेटी बचाने का संकल्प दिलवाया जाएगा। इसके बाद ही पंचायत की आगामी कार्रवाई शुरू की जाएगी। खाप पंचायतों द्वारा बेटी बचाने के लिए शुरू की गई यह एक ऐतिहासिक व सकारात्मक पहल होगी।

बेटी के हत्यारों पर हो 302 का मुकदमा दर्ज

कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए खाप पंचायत द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। पत्र में खाप प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए बनाए गए कानून में संसोधन किया जाए। इस कानून में संसोधन कर बेटी के हत्यारों पर सीधा 302 का मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। कन्या भ्रूण हत्या करते पकड़े जाने पर मां-बाप के साथ-साथ चिकित्सक पर भी 302 का ही मुकदमा दर्ज किया जाए। ताकि  इस जघन्य अपराध में मां-बाप का साथ देकर चिकित्सक जैसे पवित्र पेश को बदनाम करने वाले चिकित्साक को सबक सीख कर इस सामाजिक बुराई को जड़ से उखाड़ा जा सके। इसके अलावा खाप प्रतिनिधियों ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा बीबीपुर पंचायत को एक करोड़ रुपए देकर पंचायत का मान बढ़ाने तथा रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा इस मुहिम के लिए खाप पंचायतों की पीठ थपथपाने पर उनका आभार ज्याता है।

सर्वसम्मति से लिया गया है फैसला


  पत्र दिखाते कुलदीप ढांडा का
कन्या भ्रूण हत्या एक सामाजिक बुराई और खाप पंचायतों ने तो हमेशा ही सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए कार्य किए हैं। अगर कन्या भ्रूण हत्या को नहीं रोका गया तो एक दिन इस धरती से स्त्री जाति का अस्तित्व ही मिट जाएगा। अगर स्त्री ही नहीं रहेंगी तो मानव जाति ही समाप्त हो जाएगी। इसलिए खाप प्रतिनिधियों द्वारा लोगों को जागरुक करने का बीड़ा उठाया गया है। किसी भी पंचायत की कार्रवाई शुरू करने से पहले लोगों को बेटी के महत्व के बारे में समझा कर उन्हें कन्या भ्रूण हत्या को रोकने की शपथ दिलवाई जाएगी। इसके बाद ही पंचायत की आगामी कार्रवाई शुरू हो सकेगी। खाप प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है।
कुलदीप ढांडा, संचालक
सर्व जातीय सर्व खाप महापंचायत


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